Telangana में हिंदू मंदिरों पर हमलों को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने किया statewide आंदोलन का ऐलान
Telangana के मंदिरों पर हुए हालिया हमलों ने न केवल स्थानीय हिंदू समुदाय में गहरा आक्रोश पैदा किया है, बल्कि इस मुद्दे ने राजनीतिक हलचल को भी जन्म दिया है। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने इन हमलों के खिलाफ मोर्चा खोला है और कांग्रेस सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। 19 अक्टूबर को, VHP ने राज्यभर में विरोध प्रदर्शनों का ऐलान किया है। इस लेख में हम इन हमलों, उनके पीछे की परिस्थितियों और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं का विश्लेषण करेंगे।
हालिया घटनाएं
हाल ही में, हैदराबाद के विभिन्न स्थानों पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने के दो मामले सामने आए हैं। पहली घटना नांपल्ली प्रदर्शनी मैदान में हुई, जहां मां दुर्गा की मूर्ति को तोड़ दिया गया। पुलिस के अनुसार, इस घटना के पीछे एक बेघर व्यक्ति था, जिसने भूख के कारण प्रसाद लेने के चक्कर में मूर्ति को नुकसान पहुंचाया। दूसरी घटना सिकंदराबाद के मुथ्यालम्मा मंदिर में हुई, जहां एक व्यक्ति ने मंदिर की मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया।
VHP का विरोध प्रदर्शन
इन घटनाओं के बाद, VHP ने प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। VHP के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि ये हमले न केवल धार्मिक आस्था पर हमला हैं, बल्कि समाज में धार्मिक तनाव बढ़ाने का प्रयास भी हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार इन घटनाओं को रोकने में विफल रही है और उनकी अनदेखी की जा रही है।
BJP की मांग
बीजेपी ने इन घटनाओं की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की मांग की है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर हैदराबाद में तनाव उत्पन्न करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों का गुस्सा सही है और सरकार को इस पर ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
धार्मिक संगठनों का आक्रोश
इन हमलों के खिलाफ विभिन्न धार्मिक संगठनों ने भी आवाज उठाई है। स्थानीय लोगों ने मंदिरों के सामने प्रदर्शन किया और इस तरह की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। धार्मिक संगठनों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं सिर्फ एक समुदाय को निशाना बनाने के लिए की जा रही हैं और यह सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरा हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
कांग्रेस सरकार के खिलाफ VHP और बीजेपी की बढ़ती मांगों के बीच, राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है। राज्य के गृह मंत्री ने इन घटनाओं की गंभीरता को स्वीकार करते हुए कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। हालांकि, विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि सरकार इस मुद्दे को हल करने में गंभीर नहीं है और न ही उन्होंने समय पर कार्रवाई की है।
समाज में बढ़ती चिंता
इन घटनाओं ने समाज में चिंता और भय का माहौल पैदा किया है। लोग अपनी धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और चाहते हैं कि सरकार इस मामले में ठोस कदम उठाए। कई लोग यह भी मानते हैं कि अगर ऐसे मामलों पर तुरंत और कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो यह न केवल धार्मिक तनाव को बढ़ाएगा बल्कि समाज में और भी अधिक विभाजन का कारण बनेगा।